बाबा साहिब ने सविधान का निर्माण करके सबको समानता का अधिकार दिया : राष्ट्रीय चेयरमैन तरसेम दीवाना



होशियारपुर 10 दिसंबर (तरसेम दीवाना)-
नजदीकी गांव जलोवाल में बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर जी को समर्पित एक प्रभावशाली कार्यक्रम का आयोजन श्री गुरु रविदास युवा सभा जलोवाल के अध्यक्ष राकेश कुमार के नेतृत्व में किया गया। कार्यक्रम में मिशनरी सिंगर झिम एड पार्टी व नीलम ठक्करवाल ने बाबासाहेब जी की जीवनी से संबंधित गीता का गायन किया और इस अवसर पर विभिन्न स्थानों से आये वक्ताओं ने बाबासाहेब जी की जीवनी पर प्रकाश डाला। इस आयोजन में बेगमपुरा टाइगर फोर्स रजि. टीम ने विशेष रूप से भाग लिया। बेगमपुरा टाइगर फोर्स के राष्ट्रीय चेयरमैन तरसेम दीवाना व पंजाब अध्यक्ष वीरपाल ठरोली ने सहज भाव से श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहेब ने विदेशों में भी उच्च स्तर पर शिक्षा प्राप्त कर भारतीय संविधान का निर्माण कर भेदभाव को समाप्त किया और सभी को समानता अधिकार दिया। उन्होंने कहा कि पहले महिलाओं के साथ बहुत भेदभाव होता था और महिलाओं को हेय दृष्टि से देखा जाता था। उन्होंने कहा कि भारत की महिलाएं आज पंजाब पुलिस, वकील, शिक्षक, एसडीएम, डॉक्टर और जंज हैं, केवल वैधन के कारण लेकिन दुख की बात यह है। कि आज तक जितनी भी सरकारें बनीं उन्होंने बाबा साहेब के नाम का इस्तेमाल किया, लेकिन सरकारें बनने के बाद वे गरीबों का कोई अर्थ नहीं लेते हैं और समय-समय पर गरीबों और मजदूरों पर तरह-तरह के अत्याचार किए जाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि डॉ अंबेडकर जी के जीवन को पूरी तरह से बच्चों को बताया जाना चाहिए ताकि बच्चे बाबासाहेब जी के जीवन के बारे में जानें और पढ़-लिखकर अपने माता-पिता का नाम रोशन करें। इस मौके श्री गुरु रविदास नौजवान सभा ने बेगमपुरा टाईगर फोरस के अहुदेदार वह मैबरो को सिरोपे देकर सनमानित किया। इस अवसर पर राकेश कुमार भट्टी, हैप्पी साईं मन, भूपिंदर कुमार बधन, अमनदीप सिंह चरणजीत सिंह कमलजीत सिंह बिशनपाल ज्ञान चंद मुसफर सिंह शेरा सिंह विशाल सिंह हरनेक सिंह बधन सनी सेना, संदीप कुमार जलोवाल सुशांत मनमान बिक्रम बिज हैप्पी फतेहगढ़ मनीष कुमार दविंदर सहित अन्य। कुमार विजय कुमार जलोवाल खानूर भूपिंदर कुमार भिंडा, दोआबा प्रभारी जस्सा नंदन, जिला सचिव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शहरी सुशांत मम्मन, पवन कुमार बधन राकेश कुमार जलोवाल खानूर सहित अन्य पदाधिकारी व बल के सदस्य उपस्थित थे।

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